गैर उपयोगी जमीन को लेकर 29 को विस्थापित बनाएंगे संघर्ष की रणनीति
शुक्रवार को एक तरफ जहां बोकारो में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाए जाने को लेकर जेएससीए और बीएसएल के बीच ली समझौता हुआ वहीं दूसरी तरफ विस्थापितों लेस के लिए चिन्हित जमीन वापस करने को लेकर अपना विरोध तेज कर दिया विस्थापितों ने इस मामले में जोरदार संघर्ष की चेतावनी दी है आगामी 29 जून को पूर्व मंत्री एवं पूर्व विधायक की मौजूदगी में विशेष लेकर उन्हें रणनीति तैयार करने का ऐलान कर दिया है स्थापित बीएसएल की ओर से उपयोगी जमीन में स्वामी का मालिकाना हक होने का दावा कर रहे हैं बता दें कि नरकेरा में 20.17 एकड़ भूमि स्टेडियम के लिए चहनित की गई विस्थापित सह मजदूर नेता साधु शरण गुप्त ने इस बैठक की अगुवाई की इसमें विभिन्न विस्थापित संगठनों के नेता और आम विस्थापित शामिल हुए वक्ताओं ने कहा कि 19 विस्थापित नान पंचायत काम की नहीं बल्कि प्लांट के सभी क्षेत्र के गैर उपयोग की जमीन का मालिकाना हक मूलभूत स्वामियों का है यह प्रावधान भूमि अर्जन पुनर्वासन और पुनर्स्थापना कानून में जमीन दाताओं के लिए किया हुआ है इसे बीएसएल ऐसे छीन नहीं सकता है कानून यह प्रावधान है जिस उद्देश्य जमीन अधिग्रहण किया गया हो उसका उद्देश्य में बदलाव नहीं हो सकता सर्वविदित है कि बीएसएल के साथ उद्योग के जमीन का अधिग्रहण किया है इस जमीन का स्टेडियम के लिए बीएसएलबी जी नहीं सकता राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन इस कानून के पालन के लिए बीएसएल को निर्देश दे मनमानी नहीं चलने दी जाएगी भूमि अधिग्रहण कानून स्थापित करने के लिए लंबा संघर्ष किया जाएगा बैठक में तैयार की जाएगी मुख्यमंत्री पूर्व मंत्री उमाकांत पूर्व विधायक योगेश्वर महत्वपूर्ण बैतूल में तो होंगे मौके पर किशोर कुमार बोराल रघुनाथ महत्व अरुण महत्व सचिन महत्व सरोज शंकर लाल गोप अयूब अंसारी सूरज केवट प्रमोद कुमार महतो गणेशा साउ आदि
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