वयस्क की औषधि बच्चों में कोराना के उपचार के लिए सुरक्षित नहीं

वयस्क की औषधि बच्चों में कोराना के उपचार के लिए सुरक्षित नहीं

 

वयस्क की औषधि बच्चों में कोराना के उपचार के लिए सुरक्षित नहीं

बुधवार को जारी अपने दिशा निर्देश में सरकार ने कहा कि कोविड-19 के आवश्यक रोगियों के उपचार में काम आने वाली ओवर मेक्टिन हाइड्रोक्लोरिक हुई  जैसी दवाएं और डॉक्सीसाइक्लिन तथा माइकसीन तथा एंटीबायोटिक दवाएं क कोविड-19 से पीड़ित बच्चों पर परीक्षण नहीं किया गया है इसलिए बच्चों को उपचार के लिए सही नहीं माना जा सकता सरकार ने बच्चों के लिए कोविड-19 केंद्रों के संचालन के लिए दिशानिर्देश तैयार किए हैं वायरस संक्रमण से पीड़ित बच्चों को चिकित्सक देखभाल उपलब्ध कराने के लिए मौजूद कोविड-19 प्रतिष्ठानों की क्षमता में वृद्धि की जानी चाहिए इनमें कहा गया है कि सुकृति मिलने पर स्थिति में टीकाकरण में ऐसे बच्चों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए कोविड-19 भी रुप से बच्चे बीमार 

 चिकित्सा उपलब्ध बढ़ानी चाहिए

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कोवैक्सीन का सोशल मीडिया पर बढ़ता भ्रम 

 केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान जारी करके कहा कि सोशल मीडिया की कुछ पोस्ट में 

कोवैक्सिंग को तोड़ मरोड़ कर अनुचित ढंग से भ्रम फैलाया जा रहा है मंत्रालय ने कहा कि नवजात के बछड़े के सीरम इस्तेमाल केवल कोशिकाओं को तैयार करने में उनके विकास के लिए ही किया जाता है जिससे कि नवजात बछड़े की सिरम से मुक्त हो जाते हैं इसके बाद उबर कोशिकाओं को कोरोनावायरस के संक्रमित किया जाता है टीका बनाने के लिए किया जाता है बयान के मुताबिक आंतरिक शक्ति का बनाने के लिए बछड़े का सिरम का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं किया जाता है।

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